राजधानी के विभिन्न हिस्सों में जल संकट गहरा गया है। एक बार फिर मुख्य पेयजल पाइपलाइन फटने से दर्जनों वार्डों में पानी की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है, जिससे हजारों परिवारों को भीषण गर्मी में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
- शहर के पश्चिमी क्षेत्र में मुख्य पेयजल पाइपलाइन फटी।
- लगभग 15 से अधिक वार्डों में पानी की सप्लाई बाधित।
- मरम्मत कार्य में 24 से 48 घंटे का समय लगने का अनुमान।
- स्थानीय निवासियों में जल बोर्ड के प्रति गहरा रोष।
- टैंकरों से पानी पहुंचाने की व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है।
यह घटना गुरुवार सुबह तब सामने आई जब स्थानीय निवासियों ने मुख्य सड़क पर बड़े पैमाने पर पानी का रिसाव देखा। जल बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, पुरानी और जर्जर हो चुकी पाइपलाइन पर बढ़ते दबाव के कारण यह फट गई। पिछले कुछ महीनों में यह तीसरी ऐसी बड़ी घटना है, जिसने शहर की जल वितरण प्रणाली की कमजोरियों को उजागर किया है। शहरीकरण और बढ़ती आबादी के साथ, मौजूदा बुनियादी ढांचा अब दबाव झेलने में असमर्थ दिख रहा है, जिससे बार-बार ऐसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
पाइपलाइन फटने से प्रभावित क्षेत्रों में दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग पीने और घरेलू कामों के लिए पानी की तलाश में भटक रहे हैं। भीषण गर्मी में पानी की किल्लत से बच्चों, बुजुर्गों और मरीजों को विशेष रूप से परेशानी हो रही है। जल बोर्ड ने टैंकरों से पानी पहुंचाने का दावा किया है, लेकिन उनकी संख्या और पहुंच सीमित होने के कारण यह व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। स्थानीय पार्षदों ने जल बोर्ड से स्थायी समाधान की मांग की है, जिसमें पुरानी पाइपलाइनों को बदलने और लीकेज को रोकने के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग शामिल है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।