संक्षिप्त भूमिका (Intro):
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों ने आतंक-रोधी अभियानों को तेज कर दिया है। सेना और अन्य बलों ने संयुक्त निगरानी बढ़ाते हुए संवेदनशील इलाकों में सतर्कता कड़ी की है। यह कदम कड़ाके की ठंड के दौर ‘चिल्लई कलां’ के बीच उठाया गया है।
मुख्य बिंदु (Key Points):
- सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार 30–35 संदिग्ध आतंकी गतिविधियों के संकेत मिले हैं।
- सेना ने खोज, निगरानी और क्षेत्रीय समन्वय को मजबूत किया है।
- सीमावर्ती और पहाड़ी इलाकों में गश्त बढ़ाई गई है।
- स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय कर सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा जारी है।
पृष्ठभूमि (Context):
‘चिल्लई कलां’ के दौरान मौसम की कठोरता के बावजूद सुरक्षा बलों ने अभियान जारी रखे हैं। इस अवधि में दृश्यता और आवाजाही प्रभावित होती है, इसलिए तकनीकी निगरानी और खुफिया इनपुट पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
सुरक्षा दृष्टिकोण (Security Measures):
- बहु-स्तरीय चेकिंग और मोबाइल पेट्रोलिंग
- ड्रोन व तकनीकी साधनों से निगरानी
- संवेदनशील मार्गों पर अतिरिक्त बलों की तैनाती
आधिकारिक रुख (Official Stand):
सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी सूचना पर त्वरित कार्रवाई की नीति अपनाई जा रही है।
जनहित सूचना (Public Advisory):
नागरिकों से अपील है कि वे अफवाहों से बचें, सुरक्षा निर्देशों का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना संबंधित अधिकारियों को दें।