गोरखपुर में नदियों का जलस्तर घटने से बाढ़ का खतरा कम हुआ है, लेकिन कई गांवों में लोगों की मुश्किलें अभी भी बनी हुई हैं। ग्रामीण इलाकों में बाढ़ और कटान की वजह से लोगों की ज़िंदगी प्रभावित हो रही है।
📌 मुख्य बातें
- राप्ती नदी का जलस्तर 15 सेंटीमीटर कम हुआ।
- रोहिन नदी 37 सेंटीमीटर घटी, लेकिन अब भी खतरे के निशान से ऊपर।
- बहरामपुर, तकियाघाट, कोलिया जैसे गांवों में लोग नाव से आवाजाही कर रहे हैं।
- स्कूली बच्चे रोज नाव चलाकर स्कूल जा रहे हैं।
- नदियों की तेज धारा से कई जगह कटान बढ़ गया है।
🚤 बच्चों की जद्दोजहद
गांव की छात्राएं सृष्टि (कक्षा 6), रुपम (कक्षा 8) और मुस्कान (कक्षा 9) रोज नाव से घर से निकलकर स्कूल जाती हैं। यह नज़ारा हर दिन उनकी हिम्मत और संघर्ष की कहानी बयान करता है।
⚠️ स्थानीय लोगों की नाराज़गी
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन हर साल वादा करता है, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकलता। बाढ़ और कटान की समस्या से ग्रामीण परेशान हैं और सुरक्षित जीवन की मांग कर रहे हैं।
